रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now

Kushmanda Puja Vidhi नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा करने से होता है सभी रोगों का नाश

कुष्मांडा पूजा विधि, Kushmanda Puja Vidhi, Kushmanda Puja Mantra, Kushmanda Puja Kaise Kare, Kushmanda Puja Time, Navratri Day 4 Kushmanda Puja Vidhi, Kushmanda Puja Samagri, Kushmanda Puja Ke Fayde, Kushmanda Puja Ke Labh, Kushmanda Puja Ke Benefits.

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

कुष्मांडा पूजा विधि || Kushmanda Puja Vidhi || Navratri 4th Day Kushmanda Puja Vidhi

Kushmanda Puja Vidhi नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा करने से होता है सभी रोगों का नाश: माँ दुर्गा का चौथा स्वरूप है। नवरात्रि में चौथे दिन देवी को कुष्मांडा के रूप में पूजा की जाती है। अपनी मंद, हल्की हंसी के द्वारा अण्ड यानी ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इस देवी को कुष्मांडा नाम से अभिहित किया गया है। जब सृष्टि नहीं थी, चारों तरफ अंधकार ही अंधकार था, तब इसी देवी ने अपने ईषत्‌ हास्य से ब्रह्मांड की रचना की थी। इसीलिए इसे सृष्टि की आदिस्वरूपा या आदिशक्ति कहा गया है। इस देवी की आठ भुजाएं हैं, इसलिए अष्टभुजा कहलाईं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमण्डल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा हैं। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जप माला है। इस देवी का वाहन सिंह है और इन्हें कुम्हड़े की बलि प्रिय है। संस्कृति में कुम्हड़े को कुष्मांड कहते हैं इसलिए इस देवी को कुष्मांडा। इस देवी का वास सूर्यमंडल के भीतर लोक में है। सूर्यलोक में रहने की शक्ति क्षमता केवल इन्हीं में है। इसीलिए इनके शरीर की कांति और प्रभा सूर्य की भांति ही दैदीप्यमान है। इनके ही तेज से दसों दिशाएं आलोकित हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में इन्हीं का तेज व्याप्त है।।  जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! जय श्री मेरे पूज्यनीय माता – पिता जी !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें Mobile & Whats app Number : 9667189678 Mata Kushmanda Puja Vidhi By Online Specialist Astrologer Sri Hanuman Bhakt Acharya Pandit Lalit Trivedi.

कुष्मांडा पूजा विधि || Kushmanda Puja Vidhi || Kushmanda Devi Puja Vidhi

कुष्मांडा पूजा विधि || Kushmanda Puja Vidhi

माँ कुष्मांडा देवी पार्वती का दूसरा स्वरूप है। माँ कुष्मांडा की पूजा करने से पहले जातक को जल्दी उठकर नित्य कर्म से निवृत होकर स्नान करके साफ वस्त्र धारण करके हरे आसन पर बैठकर कुष्मांडा देवी की पूजा करें। माँ कुष्मांडा देवी को पंचामृत (दूध, दही, शर्करा, घृत, व मधु ) से स्नान करायें और उन्हें फूल, सफेद कुम्हड़ा, फल, सूखे मेवे आदि सामग्री अर्पित करें। उसके बाद नीचे बताये गये Kushmanda Puja Mantra की एक माला का जाप करके कुष्मांडा माता की कथा, दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्तुति और दुर्गा स्तोत्र का पाठ करें। फिर माता कुष्मांडा की घी व कपूर से आरती करें। फिर अंत में माँ कुष्मांडा को मालपुए, हलवा और दही का भोग लगाकर Kushmanda Puja समापन करें।

माँ कुष्मांडा पूजा मंत्र || Kushmanda Puja Mantra 

ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥

माता कुष्मांडा का भोग || Kushmanda Ka Bhog

चतुर्थी तिथि पर माँ कुष्मांडा देवी को मालपुए का भोग लगाये और उसका दान करने से साधक की सभी प्रकार की समस्याएं अपने आप ही समाप्त हो जाती हैं । 

माता कुष्मांडा पूजा के लाभ व फायदे || Kushmanda Puja Benefits

मां कुष्मांडा देवी की उपासना करने से व्यक्ति के दुखों, ​विपदाओं और कष्टों का नाश होता है।

कुष्मांडा पूजा से साधक को यश, बल, आयु, सम्मान और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

<<< पिछला पेज पढ़ें                                                                                                                      अगला पेज पढ़ें >>>


यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now