माँ चंद्रघंटा पूजा विधि | Maa Chandraghanta Devi Puja Vidhi | Chandraghanta Puja Mantra | Chandraghanta Puja Kaise Kare | Chandraghanta Puja Time | Navratri Day 3 Chandraghanta Puja Vidhi | Chandraghanta Puja Samagri | Chandraghanta Puja Ke Fayde / Labh / Benefits | Chandraghanta Puja Vidhi Navratri 3rd Day देवी चंद्रघंटा की कैसे करें पूजा, पढ़ें मंत्र, विधि और प्रसाद : नवरात्रि के तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा देवी की पूजा की जाती है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। चंद्रघंटा देवी का यह स्वरूप साहस और वीरता का अहसास कराता है। इन्हें माता शिवदूती का स्वरूप भी माना गया है। यह देवी माँ पार्वती का रौद्र रूप माना जाता हैं। माँ चंद्रघंटा शेर की सवारी करती हैं। आइये जानते हैं की इनकी पूजा विधि के बारे में.
।। जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! जय श्री मेरे पूज्यनीय माता – पिता जी !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें Mobile & Whats app Number : 9667189678 Mata Chandraghanta Puja Vidhi By Online Specialist Astrologer Sri Hanuman Bhakt Acharya Pandit Lalit Trivedi.
चंद्रघंटा पूजा विधि || Chandraghanta Puja Vidhi || Chandraghanta Devi Puja Vidhi
चंद्रघंटा पूजा विधि || Chandraghanta Puja Vidhi
माँ चंद्रघंटा देवी पार्वती का रौद्र रूप माना जाता हैं। माँ चंद्रघंटा की पूजा करने से पहले जातक को जल्दी उठकर नित्य कर्म से निवृत होकर स्नान करके साफ वस्त्र धारण करके चंद्रघंटा देवी की पूजा करें। चंद्रघंटा देवी की स्थापित मूर्ति या प्रतिमा को गंगाजल से फिर केसर से स्नान कराकर केवड़ा का इत्र लगाये। इसके बाद चंद्रघंटा देवी को सुनहरे रंग के वस्त्र धारण कराएं। इसके बाद मां चंद्रघंटा को सिंदूर, अक्षत्, गंध, धूप, पुष्प आदि अर्पित करें। उसके बाद देवी माँ को कमल पुष्प अर्पित करके पीले गुलाब की माला अर्पित करें। उसके बाद नीचे बताये गये Chandraghanta Puja Mantra की एक माला का जाप करके चंद्रघंटा माता की कथा, दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्तुति और दुर्गा स्तोत्र का पाठ करें। फिर माता चंद्रघंटा की घी व कपूर से आरती करें। फिर अंत में दूध की बनी मिठाई, और मिश्री का भोग लगाकर Chandraghanta Puja समापन करें।
माँ चंद्रघंटा पूजा मंत्र || Chandraghanta Puja Mantra
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥
ॐ एं ह्रीं क्लीं
माता चंद्रघंटा का भोग || Chandraghanta Ka Bhog
तृतीया तिथि को माता चंद्रघंटा को दूध चढ़ाने और भोग लगाकर दान करने से सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है ।
माता चंद्रघंटा पूजा के लाभ व फायदे || Chandraghanta Puja Benefits
माँ चंद्रघंटा देवी की उपासना करने से व्यक्ति साहसी बनता है और और उनमें डर की कमी होती है।
जातक के जीवन के सभी प्रकार के रोगों से छुटकारा मिलता है।
माँ चंद्रघंटा पूजा से साधक की समस्त दुखों से मुक्ति मिलती है ।
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