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श्री धर्मशास्तुः अष्टकम || Shri Dharma Sastha Ashtakam
श्री अय्यप्पा स्वामी मंदिर भारत के केरल राज्य में स्थित हिन्दुओं का एक प्रमुख धार्मिक तीर्थ हैं ! श्री अय्यप्पा स्वामी जी भगवान श्री शिव और भगवान श्री विष्णु अवतार मोहिनी के पुत्र हैं ! इस मंदिर को दक्षिण भारत का तीर्थ भी कहा जाता है । श्री अय्यप्पा स्वामी जी का मंदिर को वैष्णव और शैव संप्रदायों की एकता का परिचायक माना जाता है । श्री धर्मशास्तुः अष्टकम के बारे में बताने जा रहे हैं !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें : 9667189678 Shri Dharma Sastha Ashtakam By Online Specialist Astrologer Sri Hanuman Bhakt Acharya Pandit Lalit Trivedi.
श्री धर्मशास्तुः अष्टकम || Shri Dharma Sastha Ashtakam
बन्धूकबन्धुररुचिं कलधौतभासं
पञ्चाननं दुरितवञ्चनधीरमीशम् ।
पार्श्वद्वयाकलितशक्तिकटाक्षचारुं
नीलॊत्पलार्चिततनुं प्रणतॊऽस्मि देवम् ॥ १ ॥
कल्याणवेषरुचिरं करुणानिधानं
कन्दर्पकोटिसदृशं कमनीयभासम् ।
कान्ताद्वयाकलितपार्श्वमघारिमाद्यं
शास्तारमेव सततं प्रणतोऽस्मि नित्यम् ॥ २ ॥
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यो वा स्मरेदरुणकुङ्कुमपङ्कशोण-
गुंजापिनद्धकचभारलसत्किरीटम् ।
शास्तारमेव सततं स तु सर्वलोकान्
विस्मापयॆन्निजविलोकनतॊ नितान्तम् ॥ ३ ॥
पञ्चेषुकैटभविरोधितनूभवं तं
आरूढदन्तिपरमादृतमन्दहासम् ।
हस्ताम्बुजैरविरतं निजभक्तहंसे
ष्वृद्धिं परां हि ददतं भुवनैकवन्द्यम् ॥ ४ ॥
गुंजामणिस्रगुपलक्षितकेशहस्तं
कस्तूरिकातिलकमोहनसर्वलोकम् ।
पञ्चाननाम्बुजलसत् घनकर्णपाशं
शास्तारमम्बुरुहलोचनमीशमीडे ॥ ५ ॥
पञ्चाननं दशभुजं धृतहेतिदण्डं
धारावतादपि च रूष्णिकमालिकाभिः ।
इच्छानुरूपफलदोऽस्म्यहमेव भक्ते-
ष्वित्थं प्रतीतविभवं भगवन्तमीडे ॥ ६ ॥
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स्मेराननाद् भगवतः स्मरशासनाच्च
मायागृहीतमहिलावपुषो हरेश्च ।
यः संगमे समुदभूत् जगतीह तादृग्
देवं नतोऽस्मि करुणालयमाश्र येऽहम् ॥ ७ ॥
यस्यैव भक्तजनमत्र गृणन्ति लोके
किं वा मयः किमथवा सुरवर्धकिर्वा ।
वेधाः किमेष ननु शम्बर एष वा किं
इत्येव तं शरणमाशुतरं व्रजामि ॥ ८ ॥
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