रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now

सर्व पितृ अमावस्या 2022 || Sarva Pitru Amavasya 2022 || Sarvapitri Amavasya 2022

सर्व पितृ अमावस्या 2022, Sarva Pitru Amavasya 2022, Sarva Pitru Amavasya 2022 Date, Sarva Pitru Amavasya 2022 Puja Time, Sarva Pitru Amavasya 2022 Mahtav, Sarva Pitru Amavasya 2022 Kab Hain.

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

सर्व पितृ अमावस्या 2022 || Sarva Pitru Amavasya 2022 || Sarvapitri Amavasya 2022

Sarva Pitru Amavasya 2022 : हिन्दू धर्म के मान्यता अनुसार, हर वर्ष की आश्विन मास की अमावस्या तिथि को ही सर्व पितृ अमावस्या होती है। पितृ पक्ष का अंतिम दिन सर्व पितृ अमावस्या या पितृ विसर्जिनी अमावस्या के नाम से मनाई जाती है। सर्व पितृ अमावस्या का विशेष धार्मिक महत्व मनाता जाता है। सर्वपितृ अमावस्या के दिन उन सभी पितरों का श्राद्ध, तर्पण एवं पिंडदान किया जाता है, जिनका स्वर्गवास की तिथि जातक को पता भी नहीं होती है। इस दिन पृथ्वी लोक पर आए सभी पितरों को श्राद्ध कर्म से आत्म तृप्त करके पितृ लोक के लिए प्रस्थान करते हैं, इसलिए सर्व पितृ अमावस्या को पितृ विसर्जिनी अमावस्या कहते हैं। हम यंहा आपको Sarva Pitru Amavasya 2022 की तिथि, महत्व और पूजा विधि आदि के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। ! Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi द्वारा बताये जा रहे सर्व पितृ अमावस्या 2022 || Sarva Pitru Amavasya 2022 || Sarvapitri Amavasya 2022 को पढ़कर आप भी इसके बारे पूरी जानकारी प्राप्त करके अपने जीवन में फायदा व लाभ उठा सकते है !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! जय श्री मेरे पूज्यनीय माता – पिता जी !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें Mobile & Whats app Number : 9667189678 Sarv Pitru Amavasya 2022 By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi.

सर्व पितृ अमावस्या 2022 || Sarva Pitru Amavasya 2022

 

सर्व पितृ अमावस्या 2022 || Sarva Pitru Amavasya 2022 || Sarvapitri Amavasya 2022

 

सर्व पितृ अमावस्या 2022 तिथि || Sarva Pitru Amavasya 2022 Tithi

पचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 25 सितम्बर को सुबह 03:12 बजे 26 सितम्बर को सुबह 03:23 बजे तक समापन हो रहा हैं। पितरों का श्राद्ध कर्म आप दिन में 11 बजे से लेकर दोप​हर 02:30 बजे तक करना उत्तम होता है। इसलिए सर्व पितृ अमावस्या 25 सितम्बर 2022 को मनाई जाएगी।

सर्व पितृ अमावस्या का महत्व || Sarva Pitru Amavasya 2022 Mahtav

सर्वपितृ अमावस्या के दिन अज्ञात पितरों का श्राद्ध कर्म किया जाता है। इसके अलावा सर्व पितृ अमावस्या के दिन वह जातक भी अपने पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं, जो किसी कारणवश अपने पितरों का श्राद्ध निश्चित तिथि पर नहीं कर सकते हो या नही कर पाए हैं। वह सर्वपितृ अमावस्या के दिन ही अपने पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान या श्राद्ध करके अपने पितरों को तृप्त कर सकते हैं।

नाराज भी हो सकते हैं पितर || Naraj Bhi Ho Sakate Hai Pitar

हमारे हिन्दू धर्म के मान्यताओं अनुसार, हमारे पितर पूरे पितृ पक्ष में पृथ्वी लोक पर निवास करते हैं। उनको पितृ पक्ष में अपने परिवार के वंश से श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान की इच्छा रहती है। यदि आप उनका श्राद्ध नही करते हो या किसी कारणवश वह तृप्त नहीं होते है, तो वह नाराज हो सकते हैं। जिससे वह क्रोधित होकर अपने लोग में वापस लौट जाते हैं और अपने वंश को श्राप भी दे सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि जिनके पितर नाराज होते हैं, उनके परिवार में सुख, समृद्धि, व्यापार, संतान और शांति की कमी आदि परेशानी का सामना करना पद सकता है। पितृ दोष से मुक्ति के लिए भी अपने पितरों को तृप्त यानि की खुश करना सबसे श्रेष्ठ माना गया है।

पितरों को कैसे करें तृप्त ? || Sarva Pitru Amavasya 2022 Par Kaise Kare Puja

सर्वपितृ अमावस्या के दिन दक्षिण मुखी होकर बैठ जाए उसके बाद फिर जल में काले तिल और सफेद पुष्प डालकर पितरों का तर्पण करें। इसके बाद आकाश की तरफ अपने दोनों हाथों को उठाकर सभी पितरों को प्रणाम करना चाहिए। उसके बाद कहे की मैं ( अपना नाम लें ) आप सभी पितरों को अपने वचनों से तृप्त कर रहा हूं। आप सभी तृप्त हो जाए। उसके बाद फिर अपने इच्छा अनुसार ब्राह्मण को भोजन कराएं और भोजन का कुछ भाग गाय, कौआ व कुत्ता को देना चाहिए । शाम के समय अपने घर के बाहर तेल का दीपक जलाएं और अपने पितरों को खुशी पूर्वक विदा करें।

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

<<< पिछला पेज पढ़ें                                                                                                                      अगला पेज पढ़ें >>>


यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now