सरस्वती अष्टकम || Saraswati Ashtakam || Saraswati Ashtak

सरस्वती अष्टकम, Saraswati Ashtakam, Saraswati Ashtakam Ke Fayde, Saraswati Ashtakam Ke Labh, Saraswati Ashtakam Benefits, Saraswati Ashtakam Pdf, Saraswati Ashtakam Mp3 Download, Saraswati Ashtakam Lyrics. 

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

सरस्वती अष्टकम || Saraswati Ashtakam || Saraswati Ashtak

यह सरस्वती अष्टकम श्री पद्मपुराणे के अंतर्गत से लिया गया हैं ! श्री सरस्वती अष्टकम के बारे में बताने जा रहे हैं !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें : 9667189678  Saraswati Ashtakam By Online Specialist Astrologer Sri Hanuman Bhakt Acharya Pandit Lalit Trivedi.

सरस्वती अष्टकम || Saraswati Ashtakam || Saraswati Ashtak

॥ सरस्वत्यष्टकम् ॥ श्रीगणेशाय नमः ।

शतानीक उवाच ।

महामते महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद ।

अक्षीणकर्मबन्धस्तु पुरुषो द्विजसत्तम ॥ १॥

मरणे यज्जपेज्जाप्यं यं च भावमनुस्मरन् ।

परं पदमवाप्नोति तन्मे ब्रूहि महामुने ॥ २॥

[AdSense-A]

शौनक उवाच ।

इदमेव महाराज पृष्टवांस्ते पितामहः ।

भीष्मं धर्मविदां पृष्ठेदं धर्मपुत्रो युधिष्ठिरः ॥ ३॥

युधिष्ठिर उवाच ।

पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद ।

बृहस्पतिस्तुता देवी वागीशाय महात्मने ।

आत्मानं दर्शयामास सूर्य कोटिसमप्रभम् ॥ ४॥

[AdSense-B]

सरस्वत्युवाच ।

वरं वृणीष्व भद्रं ते यत्ते मनसि वर्तते ।

बृहस्पतिरुवाच ।

यदि मे वरदा देवि दिव्यज्ञानं प्रयच्छ मे ॥ ५॥

देव्युवाच ।

हन्त ते निर्मलं ज्ञानं कुमतिध्वंसकारकम् ।

स्तोत्रेणानेन ये भक्त्या मां स्तुवन्ति मनीषिणः ॥ ६॥

[AdSense-C]

बृहस्पतिरुवाच ।

लभते परमं ज्ञानं यत्सुरैरपि दुर्लभम् ।

प्राप्नोति पुरुषो नित्यं महामायाप्रसादतः ॥ ७॥

सरस्वत्युवाच ।

त्रिसन्ध्यं प्रयतो नित्यं पठेदष्टकमुत्तमम् ।

तस्य कण्ठे सदा वासं करिष्यामि न संशयः ॥ ८॥

इति श्रीपद्मपुराणे दिव्यज्ञानप्रदायकं सरस्वत्यष्टकस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

<<< पिछला पेज पढ़ें                                                                                                                      अगला पेज पढ़ें >>>


यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here

Scroll to Top