चालीसा पढ़ने की विधि, Chalisa Padhne Ki Vidhi, Chalisa Kaise Padhe, Chalisa Padhte Kaise Hai, Chalisa Kaise Padhte Hain, Chalisa Padhne Ke Niyam.
10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678
नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )
30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678
चालीसा पढ़ने की विधि || Chalisa Padhne Ki Vidhi || Chalisa Kaise Padhe
मुझसे बहुत से मित्रों द्वारा कहा जाता है की वह लगातार चालीसा पढ़ते आ रहे है किन्तु उन्हें कोई लाभ नजर नहीं आता इसका कारण क्या है ? इसलिए आज हम आपको कोई भी चालीसा हो उसके पढ़ने का एक मुख्य गुप्त नियम बताने जा रहे है बताये जा रहे गुप्त नियम द्वारा चालीसा पढ़ने ने आपको चमत्कारी रूप से लाभ देखने को मिलेगा। Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi द्वारा बताये जा रहे चालीसा पढ़ने की विधि || Chalisa Padhne Ki Vidhi || Chalisa Kaise Padhe को जानकर आप भी चालीसा को सही विधि से पढ़कर लाभ उठा सकते हैं !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! जय श्री मेरे पूज्यनीय माता – पिता जी !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें Mobile & Whats app Number : 9667189678 Chalisa Padhne Ki Vidhi By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi.
चालीसा पढ़ने की विधि || Chalisa Padhne Ki Vidhi || Chalisa Kaise Padhe
यह तो आप सब जानते हो की जब भी आप किसी चालीसा को पढ़ते हैं तो उस चालीसा में कही न कही भक्त का नाम का उल्लेख होता है ! जैसे श्री शिव चालीसा में यह दोहा है !
शिव चालीसा पढ़ने की विधि || Shiv Chalisa Padhane Ki Vidhi
।।दोहा।।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
इन दोनों श्लोको में “अयोध्यादास” जो नाम लिखा वंहा आपका नहीं है वो किसी अन्य का नाम लिखा है । उस स्थान पर आप अपने नाम को लगाकर चालीसा का उच्चारण करे।
[AdSense-A]
जैसे :
।।दोहा।।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कहत ललित तुम, देहु अभय वरदान॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
कहे ललित आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
बस इतना सा परिवर्तन करने चालीसा का पाठ करने से आपको चमत्कारी रूप से लाभ प्रदान होगा और आपको महादेव की कृपा पूर्ण रूप से प्राप्त होगी।
हनुमान चालीसा पढ़ने की विधि || Hanuman Chalisa Padhane Ki Vidhi
“तुलसीदास” सदा हरि चेरा । कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥40॥
इन दोनों श्लोको में “तुलसीदास” जो नाम लिखा वंहा आपका नहीं है वो किसी अन्य का नाम लिखा है । उस स्थान पर आप अपने नाम को लगाकर चालीसा का उच्चारण करे।
[AdSense-B]
जैसे :
“ललितदास” सदा हरि चेरा । कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥40॥
दुर्गा चालीसा पढ़ने की विधि || Durga Chalisa Padhane Ki Vidhi
“देवीदास” शरण निज जानी । करहु कृपा जगदम्ब भवानी ॥
इन दोनों श्लोको में “देवीदास” जो नाम लिखा वंहा आपका नहीं है वो किसी अन्य का नाम लिखा है । उस स्थान पर आप अपने नाम को लगाकर चालीसा का उच्चारण करे।
[AdSense-C]
जैसे :
“ललितदास” शरण निज जानी । करहु कृपा जगदम्ब भवानी ॥
नोट : परन्तु एक बात का विशेष ध्यान रखे की किसी भी चालीसा को पढने से पहले उस चालीसा के रचयिता को प्रणाम करके चालीसा पढ़ने की मन में अनुमति जरूर ले । इसके उपरान्त अपना नाम जोड़ दीजिये।
10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678
<<< पिछला पेज पढ़ें अगला पेज पढ़ें >>>
यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )
यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here