रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now

हरि अष्टकम || Hari Ashtakam

हरि अष्टकम, Hari Ashtakam, Hari Ashtakam Ke Fayde, Hari Ashtakam Ke Labh, Hari Ashtakam Benefits, Hari Ashtakam Pdf, Hari Ashtakam Mp3 Download, Hari Ashtakam Lyrics. 

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

हरि अष्टकम || Hari Ashtakam

यह हरि अष्टकम भगवान श्री विष्णु जी को समर्पित हैं ! हरि अष्टकम आदि के बारे में बताने जा रहे हैं !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें : 9667189678 Hari Ashtakam By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi.

हरि अष्टकम || Hari Ashtakam

हरिर हरथि दुष्ट चिथैर अपि समृथ ।

अनिचयापि संस्पृष्टो दहथ्येवाहि पावक ॥ १ ॥

स गङ्गा स गाय सेथु स कसि स च पुष्करं ।

ज्ञिह्वग्रे वर्थाथे यस्य हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ २ ॥

रुथ्व्यम् यानि थीर्थनि पुण्य न्ययथानानि च ।

प्रप्त्हानि थानी येनोक्थं हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ३ ॥

रिग्वेधापि यजुर्वेद समा वेधोप्यधर्वन ।

अधीनस्थन येनोक्थं हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ४ ॥

अस्व मेधि महा यज्ञैर वाजपेय सथैर अपि ।

इष्टं स्यथेन येनोक्थं हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ५ ॥

वाराणस्यां कुरुक्षेथ्रे नैमिसर्न्य एव च ।

सथ्कृथं थेन येनोक्थं, हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ६ ॥

बध परि करस्थेन मोक्षाय गमनं प्रथि ।

सकृधचरिथं येन, हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ७ ॥

गवां कोटि सहस्राणि, हेम कन्या सथानि च ।

दत्तानि थेन येनोक्थं, हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ८ ॥

प्राण प्रायेण पधेयं, संसार व्याधि नासनं ।

दुखथ्यन्थ पर्थ्राणां, हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ ९ ॥

सपथ कोटि महा मन्थरस चिथ विभ्रम कारक ।

एक एक परो मन्त्रो, हरि रिथ्यक्षर द्वयम् ॥ १० ॥

हर्यष्टकमिधं पुण्यं, प्रथर उथ्य य पदेतः ।

कोटि जन्म कृथा पपातः स मुक्थो भवथि द्रुवं ॥ ११ ॥

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope  ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges  ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678

<<< पिछला पेज पढ़ें                                                                                                                      अगला पेज पढ़ें >>>


यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services )

यह पोस्ट आपको कैसी लगी Star Rating दे कर हमें जरुर बताये साथ में कमेंट करके अपनी राय जरुर लिखें धन्यवाद : Click Here

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे WhatsApp Group पर जुड़ें Join Now

रोजाना फ्री टिप्स के लिए हमसे Telegram Group पर जुड़ें Join Now